फेसिलिटेशन और सिखने की यात्रा
जब हम सीखने की सीढ़ियाँ देखें तो ज्ञान सबसे नीचे है और वो वाकई सब के पास आजकल काफी होता है, लेकिन कुछ पायदान ऊपर होता है कि कैसे आप उसे खुद में शामिल कर लेते हो और फिर उसे एप्लाई कर सको या उसकी समझ से कुछ नया बना सको| योगेश (गेम चेंजर्स - संस्थापक) द्वारा संचालित फेसिलिटेशन की 50 घंटों की मैराथन एक प्रोग्राम के तौर पर ना केवल अनुपमेय और अद्भुत है बल्कि एक साधना की तरह है| यह एक ऐसी साधना है जिसमें बाहर और भीतर दोनों और से एक यात्रा चलती है | एक यात्रा है जिसमें सेशन है, बाते हैं, खेल है कुछ सिद्धांत हैं और आपके साथ है कुछ बेहतरीन साथी, वहीं दूसरी और ये अंदरूनी बदलाव है | यह मैराथन एक ऐसा आईना है जो एक फेसिलिटेटर को उसकी कमजोरियाँ उतनी ही खूबसूरती से बताता है जितनी खूबसूरती से ताकत| गजब तो यह है कि ना केवल आप देख पाते हो बल्कि अपने बाजुओं में वो मसल भी बनाते हो कि कैसे बेहतर को और बेहतरी से उपयोग किया जाये और बाकी जगह जहाँ संभावना है उसे कैसे पूरा किया जाये| बहरहाल, इस मैराथन ने विभिन्न सिद्धांतों को अपने जेहन में उतार देने का और उन्हें प्रयोग करने का एक अनूठा अवसर दिया| दो तरी...