सफ़र से सीख और समूह का साथ - टुगेदरनेस टेबल
“ मुझे किसी के साथ इतना खुलापन कभी महसूस नही होता था पर इस सेशन से मैं खुद के अंदर छुपी भावनाओं को उजागर कर पाई और अपने साथ के लोगों से गहराई से जुड़ पाई हूँ। मुझमें जो झिझक थी वो भी अब खत्म सी हो गई है. अब मैं सबके साथ मेरी भावनाओं को साझा कर सकती हूँ।” गाँव के परिवेश में रहकर पहली दफ़ा अंतर जातीय और अंतर-लैंगिक माहौल का हिस्सा बनी रवीना कहती हैं! विभिन्न आयु, वर्ग, और विचारों को रखने और उनके अनुसार जीने वाले व्यक्तियों के साथ उनकी अपनी भावनाओं को समझने और दूसरों के साथ छोटी छोटी गतिविधियों में रमकर साथियों के विचारों और भावनाओं से जुड़कर लोगों ने ख़ुद के एहसासों, गलतियों, नकारात्मक भाव को स्वीकारने का अनूठा साहस इस सफर में दिखाया है उसे किंचित सरसरी तौर पर जादू कह दें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. हर सत्र के दौरान खेल के रूप में अलग-अलग टास्क को इन सभी लोगों के साथ ‘मिलकर’ पूर्ण करने की जो प्रकिया है उसी में सीखने और साथ चलने का महत्तम छुपा हुआ है. अपनी भावनाओं को पहचान कर, उनकी खोजबीन करना और काम और अनुभव की यादों के स्तर पर उन्हें विभिन्न कोणों से देखते हुए स्वीकार करने के प्रक्रिया इन टास्...